जब नूरी के बहन ज़ोया मरी तब नूरी की जिंदगी में हर तरफ उदासी सी छा गयी। उसे मालूम था कि उसकी बहन हमेशा हमेशा के लिए जा चुकी थी। लेकिन अम्मी के बचकाने झूठ का क्या कि ज़ोया हमेशा हमारे साथ रहेगी। और वह ज़ोया की दोस्त धारा का क्या करे जो उसे अकेली छोड़ ही नहीं रही। ‘मेरी ज़ोया चली गई !’ प्यार और दुःख में हिम्मत जुटाने की एक मार्मिक कहानी है। Illustrated by Gautam Benegal, published by Eklavya.